Supervisor Bharti 2024: 35400 मिलेगी सैलरी

Supervisor Bharti 2024:यदि रेलवे विभाग में नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है, क्योंकि हाल में ही टीएमआर एल (सुपरवाइजर भर्ती )का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें आप शामिल हो सकते हैं। जो उम्मीदवार नौकरी पाना चाहते हैं उनके लिए अच्छा मौका है। वे इस नौकरी के लिए फार्म अप्लाई कर सकते हैं। आज हम इस आर्टिकल में आप लोगों को पूरी जानकारी देंगे। सुपरवाइजर भर्ती में आप शामिल होना चाहते हैं, तो फॉर्म ऑनलाइन किया जा रहा है। फॉर्म भरने की पूरी प्रक्रिया स्टेप बाई स्टेप आपको इस आर्टिकल में बताया जाएगा|

Supervisor Bharti 2024

सुपरवाइजर की भर्ती का आयोजन दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा करवाया जा रहा है।इसके कुल 5 पद निर्धारित किया गया है और आवेदन फार्म भरे जा रहे हैं।इस फार्म की आवेदन प्रक्रिया 8 अक्टूबर 2024 से शुरू हो गया है। इस फार्म की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर तक है। ये फार्म भरना है तो 25 अक्टूबर से पहले भरना होगा।

Supervisor Bharti 2024 के लिए आवेदन शुल्क

सुपरवाइजर भर्ती के लिए आवेदन शुल्क कुछ नहीं रखा गया है। सभी कटेगरी के लिए आवेदन शुल्क शून्य है।

सुपरवाइजर भर्ती के लिए आयु सीमा

सुपरवाइजर भर्ती के लिए आयु सीमा न्यूनतम 55 वर्ष तथा अधिकतम 62 वर्ष तक है।

सुपरवाइजर भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता

सुपरवाइजर भर्ती के लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से ई ई में डिप्लोमा होना चाहिए या समकक्ष होना चाहिए तभी इस आवेदन कर सकते हैं।

सुपरवाइजर भर्ती के लिए वेतन

चयन होने के बाद मासिक वेतन ₹35,400 से लेकर।₹1,60,000 तक प्रदान किया जाएगा।

सुपरवाइजर भर्ती के लिए चयन प्रक्रिया

सुपरवाइजर भर्ती में  शामिल होने वाले उम्मीदवारों का चयन मेरिट लिस्ट के आधार पर किया जाएगा पहले उम्मीदवारों से संबंधित मेरिट लिस्ट को तैयार किया जाएगा और जो उम्मीदवार मेरिट लिस्टमें आयेंगे उन्हें ही नियुक्त किया जाएगा अर्थात उन्हें ही चयनित किया जाएगा।

सुपरवाइजर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?

  • आवेदन करने के लिये सबसे पहले विभाग की वेबसाइट पर जाना होगा।
  • मेनू बार पर जाकर कैरियर ऑप्शन को सेलेक्ट करें और DMRCL वैकेंसी 2024 सर्च करें।
  • नोटिफिकेशन को डाउनलोड करें और ध्यानपूर्वक चेक करें।उसके बाद फार्म को ओपन करें।फिर जानकारी को दर्ज करें।
  • आवश्यक दस्तावेज हस्ताक्षर एवं पासपोर्ट साइज फोटो को अपलोड करें।
  • पुनः जांच कर सबमिट करें।
  • form पूरा होने के बाद भविष्य के लिए प्रिंट आउट निकाल लें।

Supervisor Bharti 2024:चेक नोटिफिकेशन- click here

दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड का पूरा विवरण

दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DMRC) भारत की राजधानी दिल्ली में मेट्रो रेल सेवाओं का संचालन करने वाली एक सरकारी कंपनी है। इसका गठन दिल्ली में एक सुव्यवस्थित और कुशल सार्वजनिक परिवहन प्रणाली प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया था। यह भारत की पहली आधुनिक मेट्रो प्रणाली है और कई अन्य शहरों के मेट्रो सिस्टम के लिए एक मॉडल के रूप में काम करती है।

दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन का संक्षिप्त विवरण

  • स्थापना:
  • दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की स्थापना 3 मई 1995 को हुई थी।
  • इसे भारत सरकार और दिल्ली सरकार के संयुक्त उपक्रम के रूप में शुरू किया गया, जहाँ दोनों का 50-50% अंशदान है।
  • मुख्यालय:
  • DMRC का मुख्यालय बाराखंभा रोड, दिल्ली में स्थित है।
  • मुख्य उद्देश्य:
  • दिल्ली और इसके आस-पास के इलाकों में यातायात की बढ़ती समस्या को हल करना।
  • एक सुरक्षित, समय पर और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन प्रणाली प्रदान करना।
  • शहर के विभिन्न हिस्सों को जोड़कर यातायात को सुगम बनाना और लोगों को सुलभ परिवहन मुहैया कराना।
  • कार्यक्रम और विस्तार:
  • दिल्ली मेट्रो ने अपनी पहली लाइन शहादरा से तीस हजारी तक 24 दिसंबर 2002 को शुरू की थी।
  • समय के साथ इसका विस्तार विभिन्न चरणों में हुआ और आज दिल्ली मेट्रो में 12 विभिन्न रंग की लाइनें हैं, जिनमें दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों और एनसीआर (गुड़गांव, नोएडा, गाज़ियाबाद, फरीदाबाद) को जोड़ने वाली लाइनें शामिल हैं।
  • वर्तमान में, DMRC 390 किलोमीटर से अधिक के नेटवर्क पर संचालन करती है और इसके पास 285 से अधिक स्टेशन हैं।
  • तकनीकी विशेषताएँ:
  • दिल्ली मेट्रो में अर्ध-स्वचालित और पूरी तरह से स्वचालित ट्रेनों का संचालन होता है।
  • इसमें अत्याधुनिक सुविधाएँ जैसे ऑटोमैटिक टिकटिंग सिस्टम, एसी ट्रेन्स, वाई-फाई सुविधाएँ, और सुरक्षा उपकरण शामिल हैं।
  • DMRC ने अपने संचालन में कई आधुनिक तकनीकों को अपनाया है जैसे ऊर्जा की बचत के लिए रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम और पर्यावरण-अनुकूल निर्माण।
  • पर्यावरण संरक्षण में योगदान:
  • DMRC को ग्रीन मेट्रो का दर्जा प्राप्त है क्योंकि यह पर्यावरण-अनुकूल परियोजनाओं का संचालन करती है।
  • इसके संचालन में कार्बन फुटप्रिंट कम करने और ऊर्जा की बचत पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
  • DMRC ने कई सौर ऊर्जा परियोजनाएँ भी शुरू की हैं और स्टेशन के निर्माण में हरित भवन मानकों का पालन करती है।
  • प्रमुख उपलब्धियाँ:
  • दिल्ली मेट्रो को विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया है। इसे United Nations की Public Service Award और ISO 14001 प्रमाणपत्र भी प्राप्त हुआ है।
  • DMRC की प्रभावी योजना और सुचारू कार्यप्रणाली के कारण इसे अन्य भारतीय शहरों और एशिया के कई देशों में मेट्रो परियोजनाओं में सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए चुना गया है।
  • यात्री सुविधा:
  • दिल्ली मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों के लिए विभिन्न सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं जैसे एस्केलेटर, लिफ्ट, शौचालय, ब्रेल संकेतक, और आपातकालीन सेवाएँ।
  • इसके साथ ही महिलाओं और दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं।
  • सुरक्षा:
  • दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) तैनात है, जो मेट्रो के सभी स्टेशनों पर निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

    भविष्य की योजनाएँ

    DMRC भविष्य में दिल्ली मेट्रो का विस्तार जारी रखेगी। इसमें नई मेट्रो लाइनें जोड़ने, एनसीआर में नेटवर्क को बढ़ाने, और मेट्रो के नए चरणों को लागू करने की योजना है। इसके साथ ही, अधिक से अधिक सौर ऊर्जा का उपयोग और तकनीकी उन्नयन भी भविष्य की प्राथमिकताओं में शामिल है।

    निष्कर्ष

    दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड न केवल दिल्ली के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक आदर्श परिवहन प्रणाली है। DMRC ने दिल्ली में यातायात को सुगम बनाया है, यात्रा के समय को कम किया है, और प्रदूषण को भी कम करने में अहम योगदान दिया है।

    दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड में सुरक्षा का प्रबंध

    दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DMRC) में सुरक्षा के लिए कई प्रबंध किए गए हैं ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और मेट्रो परिसर को सुरक्षित रखा जा सके। DMRC का सुरक्षा प्रबंधन काफी प्रभावी है और इसमें अत्याधुनिक तकनीकों, प्रशिक्षित सुरक्षा कर्मियों, और सख्त नियमों का पालन किया जाता है। इसके प्रमुख सुरक्षा प्रबंध निम्नलिखित हैं:

    • केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की तैनाती:
    • दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के पास है।
    • CISF मेट्रो स्टेशनों, ट्रेन में सफर, और मेट्रो परिसर में सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
    • CISF कर्मी सभी यात्रियों और उनके सामान की जाँच करते हैं और स्टेशन परिसर में गश्त करते हैं।
    • सीसीटीवी निगरानी:
    • प्रत्येक मेट्रो स्टेशन और ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो 24×7 निगरानी करते हैं।
    • सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षाकर्मी लगातार मॉनिटर करते हैं ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि का समय रहते पता लगाया जा सके।
    • इस निगरानी से सुरक्षा प्रबंधन को मजबूत बनाने और आपातकालीन स्थिति में कार्रवाई करने में मदद मिलती है।
    • बैग स्कैनर और मेटल डिटेक्टर:
    • मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश द्वार पर बैग स्कैनर और मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं ताकि यात्रियों और उनके सामान की जाँच की जा सके।
    • किसी भी संदिग्ध वस्तु का पता लगाने के लिए सुरक्षा कर्मी विस्तृत जाँच करते हैं।
    • बॉम्ब डिटेक्शन और डिस्पोज़ल टीम:
    • DMRC के पास बॉम्ब डिटेक्शन एंड डिस्पोज़ल टीम (BDDS) है, जो किसी भी संदिग्ध वस्तु या विस्फोटक सामग्री को पहचानने और निष्क्रिय करने के लिए तैयार रहती है।
    • ये टीम नियमित रूप से स्टेशनों और ट्रेनों की जाँच करती है ताकि कोई भी खतरा पैदा न हो।
    • आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली:
    • DMRC के पास एक आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली है, जिसमें सुरक्षाकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।
    • आपात स्थिति में जैसे आग लगने, दुर्घटना या अन्य संकट में सुरक्षा दल तुरंत कार्रवाई करता है।
    • प्रत्येक स्टेशन पर फायर अलार्म सिस्टम, फायर एक्सटिंग्विशर, और आपातकालीन निकासी मार्ग भी उपलब्ध होते हैं।
    • सेक्योरिटी अलर्ट सिस्टम और एनाउंसमेंट सिस्टम:
    • मेट्रो स्टेशनों पर लगातार सुरक्षा अलर्ट और सार्वजनिक घोषणाओं के माध्यम से यात्रियों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
    • स्टेशन पर लाउडस्पीकर सिस्टम से सुरक्षा संबंधी जानकारी दी जाती है ताकि यात्रियों को मेट्रो में सुरक्षित यात्रा का अनुभव हो।
    • महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध:
    • महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रत्येक मेट्रो स्टेशन पर महिला सुरक्षा कर्मी तैनात रहती हैं।
    • इसके अलावा, प्रत्येक मेट्रो ट्रेन में महिलाओं के लिए अलग से आरक्षित कोच होते हैं, जिनमें CISF महिला सुरक्षा कर्मी भी तैनात रहती हैं।
    • संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्टिंग प्रणाली:
    • दिल्ली मेट्रो यात्रियों को किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु को सुरक्षा कर्मियों को रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
    • स्टेशनों और ट्रेनों में हेल्पलाइन नंबर और शिकायत बॉक्स उपलब्ध होते हैं जहाँ यात्री किसी भी समस्या की सूचना दे सकते हैं।
    • सुरक्षा अभ्यास और प्रशिक्षण:
    • सुरक्षा कर्मियों के लिए नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं ताकि वे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित और कुशलतापूर्वक प्रतिक्रिया दे सकें।
    • CISF और DMRC समय-समय पर मॉक ड्रिल्स का आयोजन करते हैं, जिससे सुरक्षा कर्मियों की तत्परता का आकलन किया जा सके।
    • डॉग स्क्वॉड:
    • दिल्ली मेट्रो में डॉग स्क्वॉड भी तैनात किया गया है, जो स्टेशनों और ट्रेनों की जाँच करता है और विस्फोटक या किसी संदिग्ध वस्तु का पता लगाने में मदद करता है।

    निष्कर्ष

    दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड का सुरक्षा प्रबंधन काफी मजबूत और संगठित है। अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों, प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मियों, और सख्त सुरक्षा नियमों के साथ DMRC अपने यात्रियों को एक सुरक्षित और संरक्षित यात्रा का अनुभव प्रदान करता है।

    Leave a Comment