PMAY-Gramin-2024
खुशखबरी ग्रामीण आवास मिलना शुरू हो गया है |ऑनलाइन प्रक्रिया चालू हो गई है। 1 सितंबर से घर घर सर्वे करना शुरू हो जाएगा।सर्वे के बाद खाते सभी के खाते में पैसे आने लगेगा।आप सभी जानते है कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण एक महत्वपूर्ण योजना है,जो गरीबों के लिए शुरू किया गया है।जिसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में जिसके पास घर नहीं है,उसके पास पक्की छत उपलब्ध करवाया जाता है।सरकार ने आदेश जारी किया है कि लाभार्थियों का सर्वे सही ढंग से किया जाए, जिससे कोई भी लाभार्थी इस योजना से वंचित न रह पाए और सभी को लाभ मिल सके। सर्वे करने से पहले सरकार ने कुछ नियम बनाया है जो निचे दिया गया है-
PMAY-Gramin-2024 का सर्वे कौन करेगा
1-सरकार के आदेशानुसार सभी ग्राम पंचायतों में सचिवों की बैठक कराकर नई मानक के अनुसार PMAY-G 2024उन्मुखीकरण गोष्ठी नाम दिया गया है। 2- प्रत्येक ग्राम पंचायत के बैठक करने का साप्ताहिक नियम बनाया गया है।सभी का फोटोग्राफी कराकर रिकॉर्ड के तौर पर रखने के आदेश जारी हुए हैं। 3- प्रत्येक ग्राम पंचायत में सचिव के माध्यम से प्रत्येक कार्य के लिए रजिस्टर रखा जाएगा।इस रजिस्टर को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण लाभार्थी चयन रोजगार 2024 रजिस्टर कहा जाएगा।प्रत्येक वर्ग का रजिस्टर में नोट किया जाएगा, यह अनिवार्य है। 4- सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण होने पर सभी कार्यक्रम का रिकॉर्ड देना होगा। अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करना होगा।
पात्रता की सूची 2024 25 से 2028 29 योजना का संशोधन रूप किया गया है।जो निम्नवत हैं-
PMAY-Gramin-2024 अपात्रता की पुरानी और नई सूचि
PMAY-G की अपात्रता हेतु पुराने मानक
- मोटरयुक्त दोपहिया, तिपहिया, चौपहिया वाहन, मछली पकड़ने की नाव।
- मशीनी तिपहिया, चौपहिया कृषि उपकरण।
- ₹50,000 अथवा इससे अधिक ऋण सीमा वाले किसान क्रेडिट कार्ड।
- वे परिवार जिनका कोई सदस्य सरकारी कर्मचारी हो।
- सरकार के पास पंजीकृत गैर कृषि उद्यम वाले परिवार।
- वे परिवार जिनका कोई सदस्य ₹10,000 से अधिक प्रति माह कमा रहा।
- आयकर देने वाले परिवार।
- व्यवसाय कर देने वाले परिवार।
- परिवार जिनके पास रेफ्रिजरेटर हो।
- वे परिवार जिनके पास लैंडलाइन फ़ोन हो।
- वे परिवार जिनके पास ढ़ाई एकड़ या इससे अधिक सिंचित भूमि हो और कम से कम एक सिंचाई उपकरण हो।
- दो या इससे अधिक फसल वाले मौसम के लिए पांच एकड़ या इससे अधिक सिंचित भूमि हो।
- वे परिवार जिनके पास 7.5 एकड़ या इससे अधिक भूमि हो और कम से कम एक सिंचाई का उपकरण हो।
अपात्रता हेतु नए मानक (संसोधित सूची )
- मोटर तीन पहिया / चार पहिया वाहन का स्वामी।
- यंत्रीकृत तीन या चार पहिया कृषि उपकरण का स्वामी।
- 50,000 या उससे ऊपर किसान क्रेडिट कार्ड धारक।
- वे परिवार जिसमें कोई भी सदस्य सरकारी कर्मचारी हो।
- सरकार के साथ पंजीकृत गैर कृषि उद्यम वाले परिवार।
- परिवार का कोई भी सदस्य ₹15,000 प्रतिमाह से अधिक कमाता हो।
- आय कर चुका रहा हो,
- प्रोफेशनल टैक्स चुका रहे हैं।
- 2.5 एकड़ या अधिक सिंचित भूमि का स्वामी हो।
- दसवां पांच एकड़ या अधिक असिंचित भूमि का स्वामी हो।
PMAY-G-2024 बारे में
प्रधान मंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) 2024 का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में “सबके लिए घर” का लक्ष्य हासिल करना है। 2016 में शुरू की गई इस योजना के तहत, सरकार ने 2.95 करोड़ घर बनाने का लक्ष्य रखा था। जून 2024 तक 2.94 करोड़ घरों को मंजूरी दी जा चुकी है, और इनमें से 2.62 करोड़ घर पूरे भी हो चुके हैं। अब, 2028-29 तक अतिरिक्त 2 करोड़ घर बनाने की योजना है, जिससे रोजगार के लाखों अवसर मिलने की उम्मीद है
PMAY-G योजना के तहत गरीब परिवारों को आधारभूत सुविधाओं के साथ घर उपलब्ध कराए जाते हैं। इस योजना में जियो-टैगिंग, लाभार्थी चयन में सावधानीपूर्वक तीन-स्तरीय सत्यापन प्रक्रिया, और MGNREGA जैसे अन्य योजनाओं का समन्वय किया गया है, जिससे निर्माण कार्य में अधिक रोजगार सृजन हो सके |
इस योजना में घर का आकार बढ़ाकर 25 वर्ग मीटर किया गया है, जिसमें एक साफ-सुथरी रसोई का स्थान भी शामिल है। महिलाओं को प्राथमिकता देते हुए अधिकांश घर महिलाओं या संयुक्त स्वामित्व में हैं, जो इस योजना की सामाजिक समावेशी दृष्टिकोण को दर्शाता है
PMAY-G-2024 उद्देश्य
प्रधान मंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) 2024 का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब और वंचित परिवारों को पक्के और सुविधाजनक घर प्रदान करना है, ताकि भारत में “सबके लिए घर” के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। इस योजना का उद्देश्य उन परिवारों को आर्थिक सहायता देना है जो झुग्गी-झोपड़ी या अस्थायी घरों में रहते हैं और जिनके पास मूलभूत सुविधाओं की कमी है।
PMAY-G के तहत मिलने वाली सुविधा
- सभी को घर: इस योजना का प्राथमिक लक्ष्य है कि हर ग्रामीण परिवार के पास 2028-29 तक एक सुरक्षित, स्थायी और स्वच्छ घर हो।
- महिलाओं को प्राथमिकता: घरों का स्वामित्व अधिकतर महिलाओं या संयुक्त नाम में दिया जाता है, ताकि परिवार में महिलाओं की आर्थिक सुरक्षा और सशक्तिकरण हो सके।
- रोजगार सृजन: घरों के निर्माण में स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान किया जाता है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है। योजना के तहत निर्माण में MGNREGA जैसी योजनाओं का समन्वय किया गया है, जिससे लाखों रोजगार सृजित हो रहे हैं।
- सामाजिक समावेशिता: अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक और अन्य वंचित समूहों को प्राथमिकता दी जाती है, ताकि सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया जा सके।
- तकनीकी निगरानी: निर्माण के हर चरण की जियो-टैगिंग और फोटो निगरानी के माध्यम से घरों का निर्माण गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाती है
यह योजना केवल घर प्रदान करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के जीवन स्तर में सुधार और गरीबों को सशक्त बनाने की दिशा में एक व्यापक कदम है।
PMAY-G-2024 महत्वपूर्ण कदम
प्रधान मंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) 2024 के तहत कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, जो इसे सफल बनाने और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने की गुणवत्ता में सुधार करने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं:
- आधारभूत संरचना में सुधार: योजना के तहत, घरों का आकार 20 वर्ग मीटर से बढ़ाकर 25 वर्ग मीटर किया गया है, जिसमें एक अलग और सुरक्षित रसोई क्षेत्र भी शामिल है। इससे परिवारों को बेहतर और सुरक्षित घर मिल रहे हैं।
- सामाजिक समावेशिता: योजना में विशेष रूप से महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक समुदायों और दिव्यांग व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाती है। घरों का स्वामित्व अधिकतर महिलाओं या संयुक्त नाम में दिया जाता है, जिससे महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण होता है
- जियो-टैगिंग और तकनीकी निगरानी: निर्माण कार्य में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए प्रत्येक घर का निर्माण चरण-दर-चरण जियो-टैगिंग और फोटो निगरानी के साथ किया जाता है। इससे निर्माण की गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित होती है
- रोजगार सृजन और कौशल विकास: योजना के तहत निर्माण कार्यों से स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन किया गया है। इसके साथ ही, ग्रामीण राजमिस्त्री प्रशिक्षण कार्यक्रम (Rural Mason Training) के माध्यम से स्थानीय लोगों को प्रशिक्षित किया गया है, जिससे उन्हें रोजगार के नए अवसर मिलते हैं।
- अन्य योजनाओं के साथ समन्वय: MGNREGA जैसी अन्य योजनाओं के साथ PMAY-G को जोड़ा गया है, जिससे निर्माण कार्यों में मजदूरी और वित्तीय सहायता मिलती है। यह न केवल घरों के निर्माण में सहायक है बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देता है
ये सभी कदम PMAY-G को एक प्रभावी और समावेशी योजना बनाते हैं, जो ग्रामीण भारत में लाखों लोगों के जीवन को बदलने का काम कर रही है।